हरिद्वार जिले के भगवानपुर ब्लॉक में प्रशासन की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सरकारी भूमि पर अवैध रूप से बनी मजार को हटा दिया। यह कार्रवाई पूर्व में जारी नोटिस का संतोषजनक जवाब न मिलने के बाद तय समयावधि पूरी होने पर की गई। प्रशासन की इस कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सख्त निर्देशों और हरिद्वार जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की निगरानी में जनपद में अतिक्रमण हटाने का अभियान लगातार तेज किया जा रहा है। सरकारी भूमि पर किए गए कब्जों को चिन्हित कर चरणबद्ध तरीके से सख्त कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में भगवानपुर ब्लॉक के अंतर्गत यह कार्रवाई अमल में लाई गई।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि भगवानपुर ब्लॉक के ग्राम शहीदवाला ग्रांट में नसीम बानो पत्नी इकबाल हसन, निवासी देहरादून द्वारा लगभग 0.0120 हेक्टेयर सरकारी भूमि पर अवैध रूप से मजार बनाकर कब्जा किया गया था। इस संबंध में प्रशासन द्वारा पहले ही संबंधित को विधिवत नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया था, लेकिन निर्धारित समय सीमा में कोई ठोस जवाब नहीं मिला।
सरकारी जमीन पर कब्जा कर बनाई गई थी मजार
मामले की जांच के बाद राजस्व विभाग द्वारा नियमानुसार कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की गई। गुरुवार को तय कार्रवाई के क्रम में राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची। नोटिस के बाद दबाव में आई अतिक्रमणकर्ता ने स्वेच्छा से स्वयं ही अवैध निर्माण को हटाया। इसके बाद प्रशासन ने सरकारी भूमि को पुनः अपने कब्जे में लेकर मामले का निस्तारण किया। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि सरकारी भूमि पर किसी भी प्रकार का कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और आगे भी ऐसे अतिक्रमणकर्ताओं के खिलाफ इसी प्रकार सख्त कदम उठाए जाते रहेंगे।
कार्रवाई के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति न बने इसके लिए मौके पर पुलिस बल तैनात रहा। पूरे क्षेत्र में प्रशासन की कार्रवाई को लेकर चर्चा बनी रही।
पिरान कलियर से भी हट चुकी है अवैध मजार
गौरतलब है कि इससे पहले 26 नवंबर को भी पिरान कलियर में प्रशासन की टीम द्वारा अब्दाल साहब रोड पर स्वास्थ्य विभाग की सरकारी जमीन पर बनी एक अवैध मजार को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया था। उस दौरान भी इलाके में भारी पुलिस बल तैनात रहा था। विभाग की ओर से पहले ही अतिक्रमण को लेकर नोटिस जारी किए गए थे और संबंधित लोगों को निर्धारित समय सीमा में अवैध निर्माण हटाने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन समय बीतने के बावजूद अतिक्रमण नहीं हटाया गया, जिसके बाद रुड़की तहसीलदार विकास अवस्थी के नेतृत्व में प्रशासन की टीम ने सख्ती दिखाते हुए बुलडोजर चलाकर मजार को पूरी तरह जमींदोज कर दिया था।
जिला प्रशासन ने एक बार फिर साफ किया है कि सरकारी भूमि पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण स्वीकार्य नहीं है और भविष्य में भी इस प्रकार की कार्रवाइयां लगातार जारी रहेंगी।






