चंपावत/बेरीनाग: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गुरुवार को अपने विधानसभा क्षेत्र चंपावत के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे। यहां उन्होंने टनकपुर डिग्री कॉलेज से गांधी मैदान तक आयोजित एकता पदयात्रा में भाग लिया। यह पदयात्रा लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर आयोजित की गई थी।
पदयात्रा के उपरांत मुख्यमंत्री धामी टनकपुर के गांधी मैदान पहुंचे, जहां उन्होंने सहकारिता मेला 2025 का विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने चंपावत जिले को ₹88.11 करोड़ की 8 विकास योजनाओं की सौगात दी, जिनका लोकार्पण और शिलान्यास किया गया।
₹88.11 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास
सीएम धामी ने बताया कि इनमें 24 करोड़ 79 लाख रुपये की 3 योजनाओं का लोकार्पण और 63 करोड़ 33 लाख रुपये की 5 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सहकारिता क्षेत्र को सशक्त बनाने और ग्रामीण विकास को गति देने के लिए सरकार निरंतर काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी 13 जिलों में सहकारिता मेलों का आयोजन किया जा रहा है, ताकि किसानों, उत्पादकों, स्वयं सहायता समूहों, फल उत्पादकों और मातृशक्ति को एक साझा मंच मिल सके। मेले में विभिन्न विभागों के स्टॉल लगाए गए हैं, जिनके माध्यम से जनता को सरकार की योजनाओं और उनके लाभों की जानकारी दी जा रही है।
किसानों को मिली प्रोत्साहन राशि
मुख्यमंत्री धामी ने सहकारिता विभाग की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों के कृषकों को प्रोत्साहन स्वरूप चार काश्तकारों को 1-1 लाख रुपये के चेक वितरित किए। यह राशि दुधारू पशु पालन को बढ़ावा देने के लिए दी गई। लाभार्थियों में पान सिंह, किशन सिंह, संदीप सिंह समेत चार किसान शामिल रहे।
सहकारिता मेले में सीएम धामी का संदेश
सीएम धामी ने कहा कि सहकारिता की भावना ही “सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास” के मंत्र को सशक्त बनाती है। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य हर किसान, युवा और महिला को आत्मनिर्भर बनाना है। सहकारिता क्षेत्र के माध्यम से प्रदेश में आर्थिक सशक्तिकरण और ग्रामीण समृद्धि की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
कल जौलजीबी मेले का करेंगे शुभारंभ
मुख्यमंत्री धामी शुक्रवार को जौलजीबी मेले का शुभारंभ करेंगे। यह ऐतिहासिक मेला भारत-नेपाल सीमा पर हर वर्ष आयोजित होता है और सांस्कृतिक, धार्मिक व व्यापारिक महत्व रखता है। मुख्यमंत्री इस दौरान अपने पैतृक गांव भी जाएंगे।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि चंपावत को राज्य के विकास मॉडल के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य है। सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यटन और सहकारिता के क्षेत्र में योजनाबद्ध विकास कार्यों से जिले को नई पहचान मिलेगी।







