श्रीकृष्ण जन्माष्टमी हिन्दू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है। यह भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद मास की अष्टमी तिथि को, आधी रात को मथुरा की कारागार में हुआ था।
इस दिन भक्तगण उपवास रखते हैं, भजन-कीर्तन करते हैं और रात के बारह बजे भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का उत्सव मनाते हैं। मंदिरों में झांकियाँ सजाई जाती हैं, श्रीकृष्ण की बाल-लीलाओं का मंचन होता है और दही-हांडी जैसे कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।
जन्माष्टमी हमें यह संदेश देती है कि धर्म की विजय और अधर्म का नाश निश्चित है। श्रीकृष्ण का जीवन प्रेम, भक्ति, नीति और कर्मयोग का आदर्श है।










