उत्तराखंड में गणेश चतुर्थी को लेकर भगवान गणेश की मूर्तियों का बाजार सज चुका है. लोग गणेश महोत्सव के लिए गणेश जी की मूर्तियां की खरीदारी कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता से आवाह्न किया है कि स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा दिया जाए साथ ही इको फ्रेंडली उत्पादों का अधिक से अधिक इस्तेमाल करें. जिसका असर देश भर में देखने को मिल रहा है. इसी क्रम में राजधानी देहरादून में स्वयं सहायता समूह स्वदेश कुटुंब की ओर से भगवान गणेश की इको फ्रेंडली मूर्तियां तैयार की गई है. इन मूर्तियों की खास बात यह है कि यह सभी मूर्तियां गाय के गोबर से तैयार की गई है.
सनातन धर्म में गाय के गोबर का एक विशेष महत्व है, क्योंकि गाय के गोबर को शुद्ध और पवित्र माना गया है. यही वजह है कि पूजा पाठ में गाय के गोबर का भी इस्तेमाल किया जाता है. इसी भावना को देखते हुए ‘स्वदेश कुटुंब’ नाम की स्वयं सहायता समूह की ओर से पिछले कुछ सालों से गोबर से भगवान गणेश की मूर्तियां तैयार की जा रही है. खास बात यह है कि साल दर साल गोबर से बने गणेश जी की मूर्तियों की डिमांड भी बढ़ती जा रही है. यही वजह है कि ये सहायता समूह हर साल बड़ी संख्या में न सिर्फ गोबर से गणेश जी की मूर्तियां तैयार करता है, बल्कि लोगों के डिमांड के आधार पर गोबर से बने अन्य प्रोडक्ट्स को भी तैयार करता है.







