ऊखीमठ (रुद्रप्रयाग), 25 अक्टूबर 2025।
भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल डोली आज भक्तों के जयकारों और हर-हर महादेव के नारों के बीच ऊखीमठ पहुँची। इसके साथ ही हिमालय के आंचल में स्थित केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने की पारंपरिक प्रक्रिया आरंभ हो गई है।
हर साल दीपावली के बाद जब बर्फबारी शुरू होने लगती है, तब बाबा केदार की डोली को केदारनाथ से ऊखीमठ लाया जाता है। परंपरा के अनुसार, अब सर्दियों के छह महीनों तक भगवान शिव की पूजा-अर्चना ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में की जाएगी।
डोली यात्रा का मार्ग
बाबा केदार की पंचमुखी डोली ने केदारनाथ धाम से प्रस्थान करते हुए गौरीकुंड, गुप्तकाशी, फाटा, विजयनगर जैसे प्रमुख पड़ावों से होकर आज ऊखीमठ पहुँची। रास्ते भर हजारों श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा कर बाबा का स्वागत किया और “बोल बम” के जयकारों से वातावरण शिवमय बना दिया।
🙏 ऊखीमठ में शुरू हुई शीतकालीन पूजा
ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में डोली के पहुँचते ही विधिवत पूजा-अर्चना और रात्रि आरती संपन्न हुई। अब यहाँ पर छह माह तक बाबा केदार की दैनिक पूजा की जाएगी। माना जाता है कि ऊखीमठ वही स्थान है जहाँ भगवान शिव ने पांडवों को दर्शन दिए थे।
श्रद्धालुओं में उत्साह
स्थानीय लोग और तीर्थयात्री इस ऐतिहासिक परंपरा का हिस्सा बनने पर आनंदित हैं। पूरा क्षेत्र केदारनाथ धाम से आए भक्तों की भक्ति से गूँज उठा है।







