देहरादून: 25 नवंबर को बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ ही इस वर्ष की चारधाम यात्रा समाप्त हो जाएगी। गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट पहले ही बंद हो चुके हैं। यात्रा के समापन के साथ ही प्रशासन ने अगले सीजन की तैयारियां अभी से शुरू कर दी हैं, खासकर हेली सेवाओं के विस्तार पर जोर दिया जा रहा है।
अगले साल से केदारनाथ धाम की तर्ज पर बदरीनाथ धाम तक भी नियमित हेली शटल सेवा शुरू की जाएगी। इसके लिए नागरिक उड्डयन विभाग ने गौचर से बदरीनाथ धाम तक हेली संचालन के लिए टेंडर जारी कर दिया है।
2024 में ट्रायल सफल, 2025 में रुकी सेवा — अब 2026 में फिर होगी शुरुआत
2024 में पहली बार गौचर हेलीपैड से बदरीनाथ धाम तक ट्रायल बेसिस पर हेली सेवा चलाई गई थी।
उस दौरान यह तय हुआ था कि हेमकुंड साहिब के हेली ऑपरेटर दोपहर बाद बदरीनाथ के लिए भी उड़ान भरेंगे, लेकिन श्रद्धालुओं की कम रुचि के कारण 2025 में यह सेवा शुरू नहीं हो सकी।
अब सरकार ने निर्णय लिया है कि साल 2026 की चारधाम यात्रा में इस सेवा को नियमित रूप से शुरू किया जाएगा।
गंगोत्री और यमुनोत्री को भी जोड़ने की तैयारी
विभाग अब गंगोत्री और यमुनोत्री धाम को भी हेली शटल सेवाओं से जोड़ने की दिशा में काम कर रहा है।
इस वर्ष सीमित रूप से इन धामों में सेवाएं शुरू करने की योजना थी, लेकिन केदारघाटी में हुई हेली दुर्घटनाओं और DGCA के ऑब्ज़र्वेशन के कारण प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई।
अब अनुमान है कि अगले साल की चारधाम यात्रा में गंगोत्री और यमुनोत्री के लिए भी शटल सेवाएं शुरू हो सकती हैं।
सचिव सचिन कुर्वे का बयान
नागरिक उड्डयन विभाग के सचिव सचिन कुर्वे ने बताया कि—
- केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाओं को काफी अधिक व्यवस्थित किया गया है।
- अगले साल गौचर से बदरीनाथ तक हेली शटल सेवा चलाई जाएगी, जिसके लिए टेंडर जारी हो चुका है।
- गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के लिए हेली सेवा शुरू करने हेतु बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर की मैपिंग हो रही है।
- इस साल सीमित शटल सेवा शुरू करने की योजना थी, लेकिन DGCA के ऑब्ज़र्वेशन की वजह से यह संभव नहीं हो पाया।
- अगले वर्ष दोनों धामों को भी हेली शटल सेवा से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा।
यूकाडा की तैयारियां
सेवा शुरू करने से पहले यूकाडा निम्न बिंदुओं पर काम तेज कर रहा है—
- हेलीपैड अपग्रेडेशन
- सुरक्षा मानकों का मूल्यांकन
- ऑपरेटर चयन
- किराया और शेड्यूल निर्धारण
- ऑनलाइन बुकिंग सिस्टम को और मजबूत बनाना
तीर्थयात्रियों को मिलेगा लाभ
नई हेली सेवाओं से—
- यात्रा का समय कम होगा
- भीड़ और ट्रैफिक से राहत मिलेगी
- बुजुर्ग, दिव्यांग और अस्वस्थ यात्रियों के लिए यात्रा आसान होगी
- चारधाम यात्रा प्रबंधन अधिक सुव्यवस्थित होगा
- स्थानीय पर्यटन और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा







