देहरादून पुलिस ने अवैध रूप से भारत में रह रही दो बांग्लादेशी महिलाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एक महिला को गिरफ्तार और दूसरी को हिरासत में लिया है। आरोप है कि एक महिला ने फर्जी भारतीय दस्तावेज बनवाकर न केवल भारत में अवैध रूप से निवास किया, बल्कि नाम बदलकर विवाह भी कर लिया।
कोतवाली पटेलनगर पुलिस को 24 नवंबर 2025 को थाना क्षेत्र के अलग-अलग स्थानों पर दो बांग्लादेशी महिलाओं के अवैध रूप से रहने की सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए देहराखास, पटेलनगर क्षेत्र से एक महिला को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने अपना असली नाम बबली खातून पत्नी मो. मुनजु, निवासी ग्राम बुढाबूढ़ी, थाना गोविडो गोनम, जिला गायबन्दा (बांग्लादेश), उम्र 28 वर्ष बताया। वह भारत में भूमि शर्मा के नाम से रह रही थी।
पुलिस को बबली खातून के पास से भूमि शर्मा के नाम से बने आधार कार्ड, वोटर आईडी, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड सहित अन्य फर्जी भारतीय दस्तावेज तथा बबली बेगम के नाम से एक बांग्लादेशी आईडी भी बरामद हुई। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अवैध रूप से भारत में निवास करने के आरोप में कोतवाली पटेलनगर में उसके विरुद्ध मु0अ0सं0-633/2025, धारा 420/467/468/471 भादवि, 3 पासपोर्ट अधिनियम तथा 14 विदेशी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
पूछताछ में अभियुक्ता ने बताया कि वह कोविड काल के दौरान अवैध रूप से बॉर्डर क्रॉस कर भारत आई थी। विभिन्न स्थानों पर रहने के बाद वह वर्ष 2021 में देहरादून पहुंची और 2022 में नाम बदलकर देहरादून निवासी एक युवक से विवाह कर लिया। इसके बाद वह किराये के मकानों में रहकर जीवन यापन करती रही और अपने परिचितों की मदद से भूमि शर्मा के नाम पर फर्जी भारतीय दस्तावेज बनवा लिए। पुलिस अब फर्जी दस्तावेज बनाने में सहयोग करने वालों की तलाश में जुटी है और उनके विरुद्ध भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वहीं दूसरी कार्रवाई में पुलिस ने कारगी रोड, कालिंदा विहार फेज-2, थाना पटेलनगर से एक अन्य संदिग्ध महिला को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम बॉबी खातून पुत्री मो. ब्लूमिया पत्नी मो. रूबेल, निवासी हाजी गरीपालशा, बोगुरा सदर जिला बोगुरा (बांग्लादेश), उम्र 41 वर्ष बताया। उसके पास से बांग्लादेशी पासपोर्ट की छायाप्रति बरामद हुई। महिला ने बताया कि वह वर्ष 2023 में चोरी-छिपे भारत आई थी और तब से मजदूरी कर जीवन यापन कर रही थी। पुलिस उसे भारत सरकार के निर्देशों अनुसार जल्द ही बांग्लादेश डिपोर्ट करने की प्रक्रिया में जुटी है।
गौरतलब है कि ऑपरेशन कालनेमि के अंतर्गत देहरादून जनपद में अब तक पुलिस द्वारा
- 8 बांग्लादेशी नागरिकों के विरुद्ध फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मुकदमे दर्ज कर उन्हें जेल भेजा जा चुका है,
- जबकि 9 बांग्लादेशी नागरिकों को डिपोर्ट किया जा चुका है।
पुलिस का कहना है कि अवैध रूप से भारत में रह रहे विदेशी नागरिकों और उन्हें शरण देने या फर्जी दस्तावेज बनाने में मदद करने वालों के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा।









