ग्रेटर नोएडा में आयोजित वर्ल्ड बॉक्सिंग क्लब 2025 (16–20 नवंबर) में उत्तराखंड के स्यूपुरी गांव (जिला रुद्रप्रयाग) के पवन बर्तवाल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया। पवन ने शानदार फॉर्म में रहते हुए पिछले वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियन, इंग्लैंड के शीर्ष खिलाड़ी को हराकर फाइनल में प्रवेश किया और देश के लिए सिल्वर मेडल अपने नाम किया।
2010 से शुरू हुई पवन बर्तवाल की बॉक्सिंग यात्रा
पवन की बॉक्सिंग की शुरुआत वर्ष 2010 में हुई। उसी वर्ष उनका चयन महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में हुआ, जिसने उनके खेल करियर की ठोस नींव रखी।
इंडियन आर्मी से सर्विसेज टीम तक का सफर
2017 में पवन इंडियन आर्मी में स्पोर्ट्स कोटे के तहत भर्ती हुए। उनकी मेहनत और निरंतर प्रदर्शन के दम पर 2021 में उनका चयन सर्विसेज टीम में हुआ, जहाँ उन्होंने कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में सेना का प्रतिनिधित्व किया। इसके बाद उनका चयन नेशनल कैम्प में हुआ, जिसने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमकने का मौका दिया।
भारत की ओर से अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में हिस्सा
2024 में पवन ने इंटरनेशनल इवेंट में हिस्सा लेते हुए भारत का प्रतिनिधित्व किया और बेहतरीन प्रदर्शन किया।
हरिकिशन बेलवाल का अहम योगदान
पवन की सफलता के पीछे इंडियन आर्मी के चीफ कोच हरिकिशन बेलवाल (जो मूल रूप से उत्तराखंड से हैं) का बड़ा योगदान रहा। बेलवाल कोच की सख्त ट्रेनिंग, अनुशासन और मार्गदर्शन ने पवन के करियर को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया।
मेहनत और संघर्ष से हासिल की गई बड़ी सफलता
कड़ी मेहनत, अनुशासन और वर्षों के संघर्ष के बाद पवन बर्तवाल ने इस बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में रजत पदक जीतकर यह साबित कर दिया कि प्रतिभा और साहस पर्वतीय प्रदेश की असली पहचान है।
पवन बर्तवाल की यह उपलब्धि सिर्फ रुद्रप्रयाग या उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है।









