अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर आज देहरादून के गांधी पार्क में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनों, बड़ी संख्या में दिव्यांग जनों, स्कूली बच्चों और स्थानीय नागरिकों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की। कार्यक्रम का उद्देश्य दिव्यांगजनों के अधिकारों, उनकी क्षमताओं और समाज में उनकी अहम भूमिका के प्रति जागरूकता फैलाना रहा।
कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय दिव्यांग जन सशक्तिकरण गीत के साथ हुई। इसके बाद मंच से विशिष्ट अतिथियों और वक्ताओं ने दिव्यांगजनों के अधिकारों, उनके आत्मसम्मान और समाज में उनके योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। वक्ताओं ने कहा कि दिव्यांगजन समाज पर बोझ नहीं, बल्कि अपनी क्षमताओं से देश और समाज की उन्नति में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले नागरिक हैं।
वक्ताओं ने यह भी कहा कि दिव्यांगजनों को केवल सहानुभूति नहीं, बल्कि शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य और सामाजिक जीवन के हर क्षेत्र में समान अवसर और सम्मान मिलना चाहिए। इसके लिए सरकार के साथ-साथ समाज के प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी बनती है।
कार्यक्रम के दौरान स्कूली बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी गईं, जिनके माध्यम से दिव्यांगजनों के संघर्ष, आत्मविश्वास और सफलता की प्रेरक कहानियों को दर्शाया गया। वहीं सामाजिक संगठनों द्वारा दिव्यांगजनों के लिए चलाए जा रहे विभिन्न कल्याणकारी कार्यों की जानकारी भी साझा की गई।
कार्यक्रम के समापन पर सभी प्रतिभागियों ने यह संकल्प लिया कि वे दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने, उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने और समाज में उन्हें बराबरी का दर्जा दिलाने के लिए निरंतर प्रयास करते रहेंगे।







