राजधानी देहरादून में 13 दिसंबर, शनिवार को भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) की भव्य पासिंग आउट परेड आयोजित की जाएगी। इस महत्वपूर्ण आयोजन को देखते हुए दून पुलिस द्वारा यातायात व्यवस्था सुचारू बनाए रखने के लिए रूट डायवर्जन प्लान जारी किया गया है। यह डायवर्जन प्लान 6 दिसंबर से 13 दिसंबर तक अलग-अलग समय पर लागू रहेगा।
डायवर्जन लागू रहने का समय
पुलिस द्वारा जारी जानकारी के अनुसार—
- 6 दिसंबर: सुबह 7 बजे से 11 बजे तक
- 7 दिसंबर: सुबह 7 बजे से 11 बजे तक
- 11 दिसंबर: सुबह 7 बजे से 11 बजे तक और शाम 4 बजे से रात 7:30 बजे तक
- 12 दिसंबर: शाम 4 बजे से रात 7:30 बजे तक
- 13 दिसंबर: सुबह 6 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक रूट डायवर्ट रहेगा
IMA पासिंग आउट परेड के दौरान यातायात व्यवस्था
- परेड के दौरान आईएमए की ओर कोई भी सामान्य यातायात नहीं जाएगा। आईएमए क्षेत्र को जीरो जोन घोषित किया गया है।
- बल्लूपुर से प्रेमनगर की ओर जाने वाला यातायात रांघड़वाला तिराहा से मिठी बेरी होते हुए प्रेमनगर भेजा जाएगा।
- प्रेमनगर से शहर की ओर आने वाला यातायात प्रेमनगर चौक से दारू चौक और मिठी बेरी होते हुए शिमला बाईपास रोड से निरंजनपुर मंडी होकर शहर की ओर जाएगा।
- विशेष परिस्थितियों में प्रेमनगर से आने वाले यातायात को एमटी सेक्शन गेट से आईएमए के अंदर होते हुए रांघड़वाला की ओर भेजा जाएगा।
- सेलाकुई और भाऊवाला से आने वाले सभी भारी वाहनों को धूलकोट तिराहे से सिंघनीवाला होते हुए नया गांव से शहर की ओर भेजा जाएगा।
- देहरादून से विकासनगर की ओर जाने वाले भारी वाहनों को शिमला बाईपास से डायवर्ट कर विकासनगर और धर्मावाला की ओर भेजा जाएगा।
एसपी ट्रैफिक लोकजीत सिंह ने बताया कि यातायात दबाव के अनुसार डायवर्जन समय को घटाया या बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि इस दौरान संभव हो तो दोपहिया वाहनों का ही प्रयोग करें और निर्धारित वैकल्पिक मार्गों का पालन करें।
आईएमए का गौरवशाली इतिहास
भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून की स्थापना अक्टूबर 1932 में हुई थी। पहली पासिंग आउट परेड में यहां से 40 जेंटलमैन कैडेट्स प्रशिक्षण लेकर पास आउट हुए थे। समय के साथ यह संख्या निरंतर बढ़ती गई। आज आईएमए से हर वर्ष दो बार देश को जांबाज़ अफसर मिलते हैं, जो भारतीय सेना की रीढ़ बनते हैं और देश की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाते हैं।
पुलिस और प्रशासन ने आम नागरिकों से सहयोग की अपील की है, ताकि पासिंग आउट परेड कार्यक्रम शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से संपन्न हो सके।






