उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में आदि कैलाश की प्राकृतिक और आध्यात्मिक छटा के बीच पहली बार हाई एल्टीट्यूड अल्ट्रा मैराथन का सफल आयोजन किया गया। इस ऐतिहासिक आयोजन ने न केवल प्रतिभागियों को रोमांचक अनुभव दिया, बल्कि उत्तराखंड में एडवेंचर टूरिज्म के नए आयाम भी स्थापित किए।
कार्यक्रम में शामिल धावकों ने कहा कि आदि कैलाश की दिव्य वादियों में दौड़ना एक जीवनभर याद रहने वाला अनुभव है। ऊंचाई, कठिन ट्रैक और ठंडी हवाओं के बीच धावकों का उत्साह देखते ही बनता था।
पर्यटन और खेल संस्कृति को मिलेगा लाभ
इस आयोजन से कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्रों में एडवेंचर खेल और पर्यटन दोनों को मजबूती मिलने की उम्मीद है। सरकार का मानना है कि इस तरह के इवेंट्स स्थानीय अर्थव्यवस्था एवं रोजगार को बढ़ावा देने में भी मदद करेंगे।
प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में पर्यटन हब बनने की दिशा में कदम
पोस्ट में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड को अंतरराष्ट्रीय धार्मिक और साहसिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में सरकार लगातार काम कर रही है। इसी श्रृंखला में उच्च हिमालयी क्षेत्र में इस मैराथन को एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
यह आयोजन क्यों खास?
- पहली बार इतनी ऊंचाई पर अल्ट्रा मैराथन
- धार्मिक स्थल और एडवेंचर स्पोर्ट्स का अनोखा संगम
- स्थानीय पर्यटन और खेल संस्कृति को मिलेगा बढ़ावा
- राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय









